Fatiha Karne Ka Tarika – फातिहा करने का सही तरीका

आज यहां पर आप एक बहुत ही जरूरी व दिलचस्प इल्म यानी कि Fatiha Karne Ka Tarika जानेंगे, हमने यहां पर फातिहा करने का तरीका बहुत ही आसान लफ़्ज़ों में बताया है।

इसे पढ़ने के बाद आप यकीनन शरीयत के मुताबिक सही तरीक़े से फातिहा पढ़ना बहुत ही आसानी से सीख जाएंगे। इसके बाद फिर कहीं पर भी जाने की जरुरत नहीं होगी।

इसीलिए इस पैग़ाम को आप आख़िर तक ध्यान से पढ़ें, जिसे आप आसानी से फातिहा पढ़ना सीख कर सही तरीक़े से फातिहा पढ़ सकें, और बख्शिश कर सकें।

Fatiha Karne Ka Tarika

सबसे पहले आप फातिहा करने के लिए सब चीज़ दुरूस्त करेंगे यानी शिरनी तबर्रुक साफ़ और अनपैकेज यानी खुला हो, हो सके तो पानी भी रख लें।

इसके बाद आप किब्ला की जानिब रूख कर के यानी काबा शरीफ की तरफ अपना डायरेक्शन करके बैठ जाएं इसके बाद नीचे लिखी बात पर अमल करें।

  1. दुरूदे इब्राहिम या कोई दुरूद शरीफ 3 दफ़ा पढ़ें।
  2. इसके बाद सूरह क़ाफिरून 1 एक मरतबा पढ़ें।
  3. फिर सूरह इख्लास को 3 मरतबा पढ़ें।
  4. अब यहाँ सूरह फलक 1 मरतबा पढ़ें।
  5. इसके बाद सूरह नास 1 मरतबा पढ़ें।
  6. अब यहाँ पर सूरह फातिहा 1 मरतबा पढ़ें।
  7. फिर सूरह बकरह मुफ्लिहुन तक 1 बार पढ़ें।
  8. आखिर में आयते खामसह 1 मरतबा पढ़ें।

इसके बाद अऊजुबिल्लाह मिनश शैतानिर्रजीम फिर बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम फिर ‘अला इन्ना औलिया अल्लाहि ला खऊफून अलैहिम वला हुम यह जूनून’ फिर अल्लज़ीना आमनु व कानू यत्तकुन पढ़ें।

इसे पढ़ने के बाद सुब्हाना रब्बिक व रब्बिल इज्जते अमा यसिफुन व सलामुन अलल मुरसलिम वल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमिन ये पढ़ कर अल फातिहा कहें इसके बख़शिश करें डिटेल में जानने के लिए पूरा पढ़ें।

फातिहा करने का तरीका

सबसे पहले पाक जगह पर खुद किब्ला कि रूख कर के बैठ जाएं जिस तरह से नमाज पढ़ने समय तशह्हुद में बैठा जाता है फिर अब फातिहा शुरू करें सबसे पहले कम से कम 3 दफा और हो सके तो 11 मरतबा दुरूदे इब्राहिम या दुरूद ए जुम्मा या फिर कोई भी दुरूद शरीफ पढ़ें।

दुरूदे इब्राहिम 3 तीन मरतबा पढ़ें

अल्लाहुम्म सल्लिअला सैय्यिदिना मुहम्मदिंव व अला आलि सय्यिदिना मुहम्मदीन कमा सल्लै त अला सय्यिदिना इब्राहिम व अला आलि सय्यिदिना इब्राहिमा इन्नका हमीदुम मजीद अल्ला हुम्मा बारिक अल्ला सय्यिदिना मुहम्मदिंव व अला आलि सय्यिदिना मुहम्मदिन कमा बारकता अल्आ सय्यिदिना इब्राहिम व अला आलि सैय्यिदिना इब्राहिमा इन्नका हमीदुम मजीद।
Fatiha Karne Ka Tarika

इसे कम से कम तीन बार पढ़ें या ग्यारह मरतबा पढ़ें फिर सुरह फातिहा पढ़ें।

Allahumma Sallialla Saiyyidina Muhamadiw W Ala Aali Saiyyidina Muhamadin Kamaa Salai T Ala Saiyyidina Ibrahim W Ala Saiyyidina Ibrahima Innka Hamidum Mazid Alla Humma Barik Alla Saiyyidina Muhamadiw W Ala Aali Saiyyidina Muhammadin Kamma Barktaa A’ala Saiyyidina Ibrahim W Ala Aali Saiyyidina Ibrahima innka Hamidum Mazid.

फिर सूरह फातिहा 1 मरतबा पढ़े

अउजुबिल्लाहि मिनशशैतानिर्रजीम फिर बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम पढ़कर सुरह फातिहा एक बार पढ़े, अलहम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमिन. अर्रहमा निर्रहीम. मालिकि यौमिद्दिन. इय्याका नअबुदु व इय्याका नस्तईन. इहदिनस सिरातल मुस्तकी म. सिरातल लजी न अन अम्ता अलैहिम गैरिल मगदूबि अल्लैहिम वलद्दाल्लीन।
fatiha karne ka tarika 2 Quranic Source

इसे एक ही बार पढ़ें। इसके बाद सुरह काफिरून पढ़ें।

Alhamdu Lillahi Rabbil Aalmin Arrahman Nirahhim Maliki Yaumiddin Iyyaka N’ Abudu W Iyyaka Nast-in Ihdinas Siratal Mustaki’m Siratal Lazi’n An Amta Alaihim Gairil Magdoobi Alaihim Walad-Dallin.

फिर सूरह क़ाफिरून 1 मरतबा पढ़े

कुल या अय्यूहल काफिरुन. ला आअबुदू मा ताअ बुदू न. व ला अन्तुम आबिदू न मा आअबुद. व ला अना आबिदुम माअबत्तुम. वला अन्तुम आबिदू न मा आअबुद. लकुम दीनुकुम वलि यदीन।
fatiha karne ka tarika 3 Quranic Source

इसे भी सिर्फ एक बार ही पढ़ें। इसके बाद सुरह इख्लास पढ़ें।

Qul Ya Ayyuhal Kafirun La A’ abudu Ma T’abudu’n W La Antum Aabid N Ma’ Bud Wla Ana Aabidum Ma Abtum Wala Antum Aabidun Ma Aabud Lakum Dinukum wali Yadin.

फिर सूरह इखलास 3 मरतबा पढ़े

कुल हु वल्लाहु अहद्. अल्लाहुस् समद. लम य लिद् वलम यूलद. वलम यकुं ल्लहु कुफुवन अहद।
fatiha karne ka tarika 4 Quranic Source

इसे यानी सुरह इख्लास को तीन बार पढ़े। इसके बाद सुरह फलक़ पढ़ें।

Qul Hu Wallahu Ahad Allahus Samad Lam Y Lid Walam Yulad Walam Yaku llahu Kufuwan Ahad.

फिर सूरह फलक़ 1 मरतबा पढ़े

कुल अऊजु बिरब्बिल् फ लक. मिन शर्रि मा ख लक. व मिन शर्रि गासिकीन इजा वकब. व मिन शर्रि नफ्फासाति फिल उकद. व मिन शर्रि हासिदीन इजा हसद्।
fatiha karne ka tarika 5 Quranic Source

इसे सिर्फ एक बार पढ़ें इसके बाद सुरह नास पढ़ें।

Qul Auju Bi Rabbil Falaq Min Sharri Maa Khalaq W Min Sharri Gaasikin Iza Wakab W Min Sharri Naffashati Fil Uqad W Min Sharri Haashideen Iza Hasad.

फिर सूरह नास 1 मरतबा पढ़े

कुल अऊजु बिरब्बिन्नास. मलिकीन्नास इलाहिन्नास. मिन शर्रिल वस्वासिल-खन्नासिल. लजी युवसविसु फि सुदूरिन्नास. मिनल जिन्नति वन्नास।
fatiha karne ka tarika 6 Quranic Source

सुरह नास भी एक बार पढ़ें फिर इसके बाद सुरह फातिहा जिसे शुरू में बताया उसे भी यहां फिर एक बार पढ़ें।इसके बाद सुरह बक़रह हुमूल मुफलिहून तक 1 एक बार पढ़ें।

Qul Auju Bi Rabbin Nas Malikinnas Illahinnas Min Sharril Waswasil Khannasil Lazi Yuwas Wisu Fi Sudurinnas Minal Zinnatti wannas.

फिर सूरह बक़रह 1 मरतबा पढ़े

अलिफ़ लाम मिम. जालीकल किताबु ला रै बफिह. हुदल लील मुत्तकीनल्लजीना यूमिनूना बिल गैबि व युकिमुनस्सलाता व मिम्मा रजकनाहुम युनफिकुन. वल्लजीना युमिनू ना बिमा उनजिला इलैका वमा उनजिला मिन कब्लिक. व बिल आखिरती हुम यूकिनुन. उलाइका अला हुदम मिंर रब्बिहिम व उलाइका हुमूल मुफलिहून।
fatiha karne ka tarika 7 Quranic Source

A Lif Lam Mimm Zalikal Qitabu La ryb Fih Hudal-lil Mut-Takinallazina Yu Minuna Bil Gaibi W Yukimu Nassalataa W Mimma Razaknahum YunFiqun Wallazina Yuminu Na Bima Unzila Ilaika Wma Unzila Min Kablik W Beel Aakhirati Hum Yukinun Ula-ika Ala Hudam Mirrabbihim w Ula Ika Humul Muflihun.

इसके बाद नीचे वाली आयते करीमा यानी आयते खामसह पढ़ें।

अब 1 बार आयते खामसह पढ़े

व इलाहुकुम इलाहुं वाहीद. लाइलाहा इल्ला हुवर्रहमानुर्रहिम. इन न रहमतल्लाही करिबुम मिनल मुहसिनीन. वमा अरसलनका इल्ला रहमतल लिल आलमिन. मा का ना मुहम्मदुन अबा अ हदिम मिंर रिजालिकुम वला किंर रसुलल्लाहि व खातमन नबिय्यीन व कानल्लाहू बिकुल्लि शैइन अलीमा. इन्नल्लाहा व मलाइ क त हू यूसल्लूना अलन्नबिय्यि. या अय्यूहल लजिना आमनू सल्लु अलैहि व सल्लिमू तस्लिमा।
fatiha karne ka tarika 8 Quranic Source

इसके बाद अऊजुबिल्लाह मिनश शैतानिर्रजीम फिर बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम फिर ‘अला इन्ना औलिया अल्लाहि ला खऊफून अलैहिम वला हुम यह जूनून’ फिर अल्लज़ीना आमनु व कानू यत्तकुन पढ़ें।

फिर सुब्हाना रब्बिक व रब्बिल इज्जते अमा यसिफुन व सलामुन अलल मुरसलिम वल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमिन ये पढ़ कर अल फातिहा कहें इसके बाद जो दुआ करनी हो वो दुआ करें।

W ila Huqoom ilahoon Wahid La ilaha illa huwarrahnurrahim inna rahmatallahi Karibum Minl Muhsinin Wma Arsalnaka illa Rahmal Lil Aalmin Maknaa Muhamaddan aba A Hadim Mir Rijalikum Walaa Kir Rasulalallahi w Khatman Nabiyyin W Kan Nalahu Bikulli Shaiyyin Alima Innalillaha w mala-ik Tahoo Yusalluna alan Nabiyyi Ya Ayyuhal Lazina Aamnu Sallu Alaihi W Salimu Taslima.

बख्शने का तरीका

ऐ अल्लाह मैंने तेरी बारगाह में कुराने पाक की तिलावत की और दुरूद शरीफ़ भी पढ़ा यहां पढ़ने में जो भी गलतियां हुई हो अपने फजलो करम से माफ़ फरमा।

इस शिरनी तबर्रुक और पानी का सवाब सबसे पहले सरकारे दो आलम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के बारगाह ए मुकद्दस में तोहफ्तन हदियातन पेश करते हैं कुबूल फरमा।

हजरते आदम अलैहिस्सलाम से लेकर हजरते इसा अलैहिस्सलाम तक कमों बेस एक लाख चौबीस हजार अम्बियाए किराम व रसूलाने एजाम के बारगाहों में ये शिरणी तबर्रुक को पेश करते हैं मौला कुबूल फरमा।

हुजूर के सहाबा सहाबियात व अहले बैते अतहार अज्वाजे मोतह्हरात जुमला शहीदाने कर्बला जुमला शहाबा ताबेईन ताब ताबेईन अइमए मुजतहिदीन बुजुर्गाने दिन मुत्तकिन सालेहिन मोमेनिन के अरवाहे पाक को पेश करते हैं कुबूल फरमा।

इसका सवाब पिराने पीर दस्तगीर रौशन ज़मीर हजरते गौसे आज़म रजियल्लाहो तआला अन्हो और ख्वाजाए ख्वाजगान हिंद अल वली अजमेरी चिश्ती और तमाम औलियाए कामेलिन के बारगाहों में पेश करते हैं कुबूल फरमा।

इस दुनियां से जितने भी मोमिनीन व मोमिनात गुजर चुके हैं उनकी बख़्शिश अता फ़रमा और सब को जन्नतुल फ़िरदौस में आला से आला मकाम अता फरमा। बिल खुसुस (यहां पर नाम लें) इसका सवाब अता फरमा और उन्हें भी जन्नतुल फ़िरदौस में आला से आला मकाम अता फरमा।

ऐ अल्लाह तू अपने फज्ल से हुजूर के सदके में और तमाम नेक बंदों के सदके में हमारे घर में बरकते अता फरमा और तमाम परेशानियों से निजात फरमा रोजी रोजगार में रिज्क़ में खूब खूब बरकते अता फरमा दुनियां और आखिरत की खुब खूब भलाइयां नसीब फरमा आमिन सुम्मा आमिन।

FAQ

फातिहा क्या है?

फातिहा यानि दुरूद आयत सूरह को पढ़कर किसी भी ख़ास को सवाब पहुंचाना फातिहा कहलाता है।

फातिहा में कौन-कौन सी सूरत पढ़ी जाती है?

फातिहा में सूरह फातिहा, सूरह काफिरून, सूरह फलक़, सूरह इख्लास,‌ सूरह नास और सूरह बक़रह पढ़ी जाती है।

आखिरी बात

आप ने इस पैगाम में फातिहा करने का सुन्नत और सही तरीका को मुकम्मल जाना, यहां पर आपको फातिहा करने का सही तरीका बहुत ही आसान और साधारण हिंदी भाषा में लिखी गई है जिसे पढ़ने के बाद आप यकीनन आसानी से समझ गए होंगे अगर इसके बाद भी कुछ आपके मन में सवालात उत्पन्न हो तो आप हमसे कमेंट बॉक्स के ज़रिए पूछ सकते हैं।

आपको यह पैगाम जरूर पसंद आया होगा आपको यह कैसा लगा हमें जरूर बताइएगा अगर आपको यह अच्छा लगा हो तो इसे सभी जरूरतमंदों तक यानी जिसे जरूरत हो उस तक पहुंचाएं और अपने नेक आमाल में उजाफा करें कि हमारे मजहब में सही बात को फैलाना भी नेकी है तो इसे अपने मोमिनों तक ज़रूर पहुंचाएं।

22 Comments

    • AZHAR KHAN

      माशा अल्लाह बहुत अच्छा लगा पोस्ट पढ़ कर बहुत ही अच्छी नॉलेज सीखने को मिली 👍

      • Sahabuddin ali

        Masa Allah bahot kuhb Bhai

  1. AMAAN SAIFI

    Subhan allah mashaallah ❤️ isse meri fateha or durust ho gyi Allah hame or apko nekiyan karne ki tofik ata farma…Ameen❤️

  2. Mahi Khan

    Masha Allah ❤️eid mila un Nabi mubarak to Allah from hina zuberi
    ❤️

  3. NIYAJ AHAMAD

    ASSALAM WALEKUM BAHUT ACCHE SE AAPANE LIKHA HAI MAIN BHI KOSHISH KAR RAHA HUN DEKHNE KE LIYE ACHCHA

  4. Umer

    Masha Allah Allah aapko iska ajar de.

  5. Md Salim

    Bahut hi behtarin sikhai Aap ne

  6. Md Salim

    Muslim ka har parb send kar de mughe pata nahi chalta hai

  7. MOHD sameer

    Masallah bahot shi tarika h

  8. uruba fatima

    😍💗ma sha Allah 💗🥰

  9. Md Ashraf Khan

    Mashallah Bahut hi asan tarike se aapne samjhaya shukriya Allah aapko hadayat de islam ki khidmat karte rahe aameen

  10. PATHAN MOHAMMAD HUSEN

    Fatiya ka chhota tarika batain

  11. Jahid

    Maa sha Allah bhoot khoob surat andaz me shikhaya hai aapne ye tarika inshallah ab koi dikkat nhi hogi hme aage😘😘😘❤️❤️❤️❤️🌼🌼🌼🌼🌼💗💗💗💗🤝🤝🤝🤝😚😚😚🤗🤗🤗🤲🤲🤲🤲🥰🥰🥰

  12. Mohammad Shahzad Alam

    Bahut achchha

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *